सर्दियों का वक्त था, टॉप पर ही कैंपिंग किये थे। दोपहर से रात तक बहुत लकड़ी जलाया फिर भी ठंड कम ना हुई। उस रात अपुन 2 बजे तक जागा। अगले दिन छिना जोत होते हुए अपुन सिंगल पीस वापस बीड़ पहुंचा। फोटो में थम्सर जोत दिखाई दे रहा।
सर्दियों का वक्त था, टॉप पर ही कैंपिंग किये थे। दोपहर से रात तक बहुत लकड़ी जलाया फिर भी ठंड कम ना हुई। उस रात अपुन 2 बजे तक जागा। अगले दिन छिना जोत होते हुए अपुन सिंगल पीस वापस बीड़ पहुंचा। फोटो में थम्सर जोत दिखाई दे रहा।
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